लखनऊ.चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट के लिए जुलाई से काम शुरू होगा। इस रूट पर तीन अंडरग्राउंड स्टेशन बनेंगे। इन स्टेशनों तक रास्ता बनाने के लिए सीएमएस स्टेशन रोड, सेंट एग्नेस चर्च, गोल्डन ट्यूलिप होटल, होटल बुद्धा और मेफेयर सहित कई इमारतों और मकानों की दीवारें तोड़ी जाएंगी। इससे पहले लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) इन सभी जगह जमीन अधिग्रहण करेगा। इसके लिए जमीन मालिकों से 10 मई तक आपत्ति मांगी गई है।
अंडरग्राउंड रूट पर हुसैनगंज, सचिवालय और हजरतगंज मेट्रो स्टेशन बनेंगे। ये सभी अंडरग्राउंड होंगे। ऐसे में इन स्टेशनों के प्लेटफॉर्म तक रास्ता बनाने के लिए एलएमआरसी को आसपास कुछ जमीन की जरूरत है। एलएमआरसी ने इसकी पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी है, जिसके आधार पर जमीन मालिकों को इसकी सूचना भेजी जाने लगी है।
देने होंगे प्रमाण
एलएमआरसी अफसरों के मुताबिक, जमीन देने के लिए सहमत मालिकों को सहमति पत्र, बैंक अकाउंट की कॉपी और जमीन के मालिकाना हक का प्रमाण जमा करना होगा। इसके लिए आखिरी तारीख 10 मई तय की गई है। अफसरों के मुताबिक, जमीन के मुआवजे का भुगतान जिला प्रशासन व अपर जिलाधिकारी (भूमि अर्जन) की ओर से किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, इस रूट की सरकारी जमीनें सीधे लखनऊ मेट्रो को ट्रांसफर हो जाएंगी, जबकि निजी जमीनों के लिए डीएम सर्किल रेट की चार गुना दर से भुगतान किया जा सकता है।
स्टेशनों के पास इस तरह होगा जमीन अधिग्रहण
सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, मोतीलाल नेहरू मार्ग, वसीम का घर और हुंडई शोरूम: 424.05 वर्ग मीटर, मोतीलाल नेहरू मार्ग, डॉ. चौहान क्लीनिक, त्रिपाठी मिष्ठान भंडार, लाटूश रोड: 314.01 वर्ग मीटर, सेंट एग्नेस चर्च का एक हिस्सा, मोतीलाल नेहरू मार्ग, होटल मेरा मन और लेसा ट्रांसफॉर्मर: 344.50 वर्ग मीटर, गोल्डन ट्यूलिप होटल, मोतीलाल नेहरू मार्ग: 67.88 वर्ग मीटर, ज्योतींद्र मिश्रा, अंकित तिवारी, मुदित तिवारी और शर्मा जी का मकान: 458.84 वर्ग मीटर।