राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। उसके बाद भी रुक-रुक कर बारिश होती रही।
बारिश से लखनऊ की मुख्य सड़कों पर एक-डेढ़ फ़ीट तक पानी लग गया। शहर के सप्रू मार्ग, अशोक मार्ग, ला-प्लास, गोमती नगर, सपू्र मार्ग, अशोक मार्ग, ला-प्लास, गोमती नगर, इंदिरा नगर, अलीगंज, जानकीपुरम, चौक सहित राजधानी के अधिकतर इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया, वहीं घरों में भी पानी घुसने लगा, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आफिस आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। केके अस्पताल के सामने कमर तक पानी भर गया और वहीं डालीगंज में गाड़ी पर बारिश की वजह से एक पेड़ गिर गया। अलीगंज बाल महिला चिकित्सालय में पानी भरने के कारण हजारों रुपए की दवाई डूब गईँ।
मौसम विभाग ने यूपी के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। भारी बारिश से कई कच्चे मकान धाराशायी हो गए। प्रदेश में 26 जुलाई से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सुबह हुई भारी बारिश के कारण बिजली व्यनस्था भी काफी देर तक ठप्प रही। विभिन्न जिलों में अब तक बारिश के कारण करीब 80 लोगों की जान जा चुकी है।
बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया जिससे योगी सरकार के राज्य मंत्री के सरकारी आवास में पानी भर गया।
खोखले साबित हुए नगर निगम के वादे
जलभराव के कारण पानी घरों और मंत्रियों के आवास तक में घुस गया।
नगर निगम और प्रशासन के सारे दावे एक ही बारिश में खोखले साबित हो गए।
हॉस्पिटल के अंदर पानी भरने से डॉक्टरों को ओपीडी में बैठने में काफी मुश्किल हो रही थी। वहीं महापौर आवास व उनके वार्ड में भी जलभराव हो गया। सीतापुर, गोंडा, फैजाबाद, कानपुर, सुल्तानपुर में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। यहां पर भी कई इलाकों में बारिश का पानी घरों में घुस गया।
कई जगहों पर पेड़ भी गिर गए जिससे कि आने जाने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नवाबों के शहर में चारो तरफ पानी ही पानी