विधानसभा चुनाव 2022 से पहले यूपी की जनता को सौगातों की झड़ी, जानकर कहेंगे धन्यवाद लोक भवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत की है। सीएम बाल सेवा योजना के तहत 18 वर्ष की आयु तक के जिन बच्चों के माता-पिता या दोनों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई है, उन्हेंं इस योजना के तहत चार हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। शुभारंभ के मौके पर 4050 बच्चों के बैंक खाते में चार हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से तीन माह का 12-12 हजार रुपए जमा कराए गए।
बच्चों की निशुल्क शिक्षा :- इसके साथ ही 11 से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों की निशुल्क शिक्षा अटल आवासीय विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कराई जाएगी। साथ ही कक्षा नौ या इससे ऊपर की कक्षा में या व्यावसायिक कोर्स कर रहे 18 वर्ष आयु तक के ऐसे बच्चों को टैबलेट या लैपटाप भी दिया जाएगा।
विवाह के लिए मिलेंगे एक लाख :- कोरोना काल में अनाथ हुईं लड़कियों को विवाह योग्य होने पर इस योजना के तहत एक लाख एक हजार रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी। निराश्रित बच्चों को गोद लेकर घर का माहौल दें :- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहाकि, योजनाओं में जन सहभागिता को शामिल किया जाना चाहिए। इससे योजनाओं के परिणाम अच्छे मिलते हैं। निराश्रित बच्चों को गोद लेकर उन्हेंं घर का माहौल देना चाहिए।
अन्य बीमारियों से अनाथ बच्चों को शामिल किया जाएगा :- इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहाकि, कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों से भी जो बच्चे अनाथ हुए हैं। उन्हें भी योजना में शामिल किया जाएगा।