सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने आरक्षण पर सोमवार को अपने ट्विट में लिखा कि, आजादी के 73 साल बाद भी देश के पिछड़े,दलित आदिवासी समाज सामाजिक न्याय से वंचित होते आ रहे है। अब क्रीमी लेयर के नाम पर सरकारी और निजी क्षेत्र के लाखों बच्चों को ओबीसी कोटे से बाहर कर उनके हक़ को मारा जा रहा है। उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार ने जितनी तत्परता से आर्थिक रूप से कमजोर गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण लागू करके, ओबीसी कोटे का 27 फीसद आरक्षण खत्म करने में लगी है। 4 दशक बितने के बाद भी ओबीसी आरक्षण केंद्रीय शिक्षण संस्थानों में लागू नही हो पाया। जबकि 2 साल ही हुए ईडब्ल्यू कोटे को सरकार आगे बढ़कर लागू कर रही है।
ओम प्रकाश सर्वाधिक पिछड़े वर्ग की राजभर जाति से आते हैं। इस जाति की ज्यादातर आबादी छोटे किसानों और खेतिहर मजदूरों की है। इस जाति को ‘भर’ के नाम से भी जाना जाता हैं।