ऐसे करते थे वसूली वहीं लखनऊ पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह छोटे स्तर के नेताओं से बड़े-बड़े नेता और उनके निजी सचिव बनकर मोबाइल फोन और वाट्सएप पर बातचीत करके उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि उनको मंत्री या एमएलसी बनवा दिया जाएगा या फिर विधानसभा का टिकट दिलवा दिया जाएगा। आरोपियों ने बताया कि वे इस नाम पर लोगों से टोकन मनी लेकर फरार हो जाते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा रीता सिंह से भारत सरकार के गृह मंत्री और उनके निजी सचिव के नाम पर एक करोड़ रुपये टोकन मनी विधान परिषद सदस्य बनवाने व उप्र सरकार में मंत्री बनवाने के नाम पर लेने की कोशिश की जा रहा थी।
मांगी थी एक करोड़ की टोकन मनी रीता सिंह से फरार अभियुक्त शाहिद ने गृह मंत्री का निजी सचिव बनकर बातचीत की थी, जबकि पकड़े गए हसनैन ने गृह मंत्री अमित शाह बनकर रीता सिंह से बातचीत की और उन्हें टिकट देने का भरोसा भी दिलाया। पुलिस के मुताबिक इसके पहले भी आरोपियों द्वारा एक शख्स से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने के नाम पर पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव बनकर चार लाख रुपये टोकन मनी ले ली गई थी। पुलिस अब सभी आरोपों की जांच कर रही है।