भाजपा, कांग्रेस और सपा को आइना दिखाते हुए बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहाकि जो लोग यह अफवाह उड़ा रहे हैं कि बसपा और भाजपा को गठजोड़ है, मैं उसे पूरी तरह से नकार रही हूं। यह सिर्फ अफवाह है। मैं संन्यास तो ले सकती हूं पर भाजपा से समझौता कुबूल नहीं है। भाजपा सरकार का उत्पीड़न कभी भूल नहीं सकती हूं। मुझ पर और मेरी पार्टी पर वह जितना चाहे उत्पीड़न करें हम उसका मुकाबला करेंगे। मैं हार मानने वाली महिला नहीं, जब तक जिंदा हूं भाजपा से समझौता नहीं होगा। मायावती ने इसके बाद सफाई देते हुए कहा कि, नहीं अभी मैं संन्यास नहीं लेने वाली हूं। यह एक उदाहरण था।
बसपा राज में कभी भी हिंदू मुस्लिम दंगे नहीं हुए :- बसपा सुप्रीमो मायावती उसके बाद सपा पर बरसीं। उन्होंने कहाकि, मेरे बयान के खिलाफ दुष्प्रचार कर सपा और उसके अध्यक्ष मुस्लिम समाज को बीएसपी से तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। पर सपा इस साजिश में कामयाब नहीं होगी। हमने उपचुनाव में मुस्लिम समाज के दो उम्मीदवारों को टिकट दिया है। जब भी समाजवादी पार्टी ने यूपी में सरकार बनाई है तब ही भाजपा मजबूत हुई है। बसपा राज में कभी भी हिंदू मुस्लिम दंगे नहीं हुए वहीं सपा सरकार का हाल किसे नहीं मालूम है।
समाजवादी पार्टी दलित विरोधी पार्टी :- मायावती ने कहाकि समाजवादी पार्टी एक दलित विरोधी पार्टी है। राज्यसभा में एक दलित को मिले टिकट को समाजवादी किसी भी हाल में रद कराना चाहती थी पर कामयाब नहीं हुई। एमएलसी चुनाव में सपा प्रत्याशियों को जीतने नहीं देंगे, यह सपा के खिलाफ किसी को भी समर्थन दे सकते हैं मेरे बयान को गलत ढंग से प्रचारित किया गया है।