जमीनी स्तर पर व्यवहारिक दृश्टिकोण अपनाये बिना एक ही समय में पूर्णतया नई तकनीक से निर्माण कार्य कराया जाना। मार्गो का निरीक्षण कराना तथा इसके लिए बार-बार एप्प एवं प्रोफार्मा बदलकर एवं डिजीटलाईजेशन (ई-एम0बी0) की ट्रेनिंग का आदेष कर, जूनियर इंजीनियर संवर्ग को उलझा कर, मानसिक प्रताड़ना की कार्यवाही को बन्द करना तथा स्थाई नीति जारी किया जाना।
ए0के0 जैन, वरिष्ठ स्टाफ आफिसर (ई-2) के भ्रष्ट आचरण की उच्च स्तरीय जाॅच कराने, कार्यवाही कराने के साथ ही अवर अभियंता के अधिश्ठान से तत्काल अन्यत्र स्थानांतरण।
अवर अभियंता (सिविल) से सहायक अभियंता के पदों पर पदोन्नति में, पूर्व में स्थापित विभागीय/षाासकीय मत पर स्थापित रहने, शासनादेशों /नियमों/ न्यायालय के आदेशों का पालन कराना एवं भ्रष्टाचार के तहत तथ्यों को छुपाकर न्यायालय के निर्णय के विरूद्ध अपात्रों की प्रोन्नति की प्रक्रिया को तत्काल बन्द करना तथा तथ्यों को छुपाने वाले अधिकारी/ कर्मचारी को दण्डित किया जाय।
शिक्षा सत्र की शुरूआत को ध्यान में रखकर स्थानांतरण केवल निजी हित में ही किये जाये।
डिप्लोमा इंजी0 संगठन द्वारा तमाम आरोप लगाये धरना प्रदर्शन किया परन्तु बात न बनने पर उच्च न्यायालय की शरण ली और सर्वोच्च न्यायालय तक वाद गया, उन सभी नियुक्त प्रोन्नतियों को स्थगित करके पदावनत कर दिया गया। और उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया। अब 10 वर्षो बाद पुनः शासन में भ्रष्टाचार का खेल शुरू हुआ और विभाग के कुछ अधिकारी मिल कर उन्हें न्यायालयों के स्थगन आदेशों के बाद भी प्रोन्नति देने में लग गये।