विरोध करने पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग से बंदरियाबाग चौराहे के पास हड़कंप मच गया। इस दौरान बदमाश नोटों से भरा बैग लेकर पैदल ही भाग गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बदमाशों गोली चला दी, जबकि दूसरा बैग लेकर भाग गया।
बदमाशों की की गोली लगने से एक्सिस बैंक (Axis Bank) की कैश वैन का सुरक्षा गार्ड धर्मेंद्र और कैशियर उमेश घायल हो गए। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सूचना मिलते ही मौके पर डीजीपी ओम प्रकाश सिंह, एसएसपी कलानिधि नैथानी, सहित तमाम पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने फौरन दोनों घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया यहां सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई। जबकि कैशियर की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस आस पास के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर बदमाशों की तलाश कर रही है
घटना की सूचना पाकर डॉग स्क्वॉड, फिंगर प्रिंट, फॉरेंसिंक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करके सघन चेकिंग भी की लेकिन हाईटेक पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम साबित रही। लोगों के जुबान पर बस एक ही सवाल है कि इतनी हाई सिक्योरिटी जोन में बदमाश लूट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।
आसपास के हाईटेक चौराहों पर लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज भी धरे के धरे रह गए। अब देखने वाली बात ये होगी कि पुलिस इन बेखौफ बदमाशों को कब गिरफ्तार कर पाती।
दिनदहाड़े हुई लूट की इस घटना में प्रत्यक्षदर्शियों के अलग-अलग बयान सुनकर पुलिस परेशान हो गई। मीडिया के कैमरे देख खुद को टीवी पर दिखने के लिए और अख़बारों में छपने के लिए कई लोग ऐसे दिखे जो भीड़ लगी देख वहां रुक गए और कहने लगे बदमाशों को मैंने सबसे पहले देखा है। हालांकि बैंक के कर्मचारियों और मौके पर मौजूद लोगों ने दावा किया कि लूट की घटना को एक बदमाश ने ही अंजाम दिया। लोगों के गले से ये बात नहीं उतर रही है कि आखिर एक बदमाश इतनी बड़ी घटना को हाई सिक्योरिटी जोन में कैसे अंजाम दे सकता है। कोई प्रत्यक्षदर्शी कह रहा था कि एक बदमाश नोटों से भरा बैग लेकर पैदल भाग गया। कोई कह रहा था कि सफेद रंग की बाइक से एक बदमाश ने घटना को अंजाम दिया। कोई गाड़ी अपाचे बता रहा था तो कोई टीवीएस बता रहा था।