scriptमंदिर निर्माण के लिए कैसे आएगा धन, ट्रस्ट के महासचिव ने बताया राज खिले चेहरे | Lucknow Ram temple construction Ayodhya VHP Donation Ramalaya Trust | Patrika News
लखनऊ

मंदिर निर्माण के लिए कैसे आएगा धन, ट्रस्ट के महासचिव ने बताया राज खिले चेहरे

चंदे पर अयोध्या में बह रही तीन धाराएंमंदिर निर्माण के लिए न तो चंदा और न ही सरकार से धन मांगेगा ट्रस्ट : नृत्य गोपाल दास हर परिवार से मांगें 100 रुपए : चम्पतरायरामालय के माध्यम से ही देना चाहते हैं दान श्रद्धालुबायलॉज मिलते ही एक रुपए के नए नोट से खुलेगा रामलला का खाता

लखनऊFeb 23, 2020 / 07:33 pm

Mahendra Pratap

मंदिर निर्माण के लिए चंदे पर अयोध्या में बह रही तीन धाराएं

मंदिर निर्माण के लिए चंदे पर अयोध्या में बह रही तीन धाराएं

लखनऊ. अयोध्या में रामलला राममंदिर बनने की राह लगातार आसान होती जा रही है। और इस राम मंदिर के निर्माण से लेकर इसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दी गई है। पर राममंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में तीन धाराएं बह रही है। नवगठित ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को कहना है कि ट्रस्ट, राम मंदिर निर्माण के लिए न तो चंदा और न ही सरकार से धन मांगेगा वहीं विहिप ने अपने कार्यकर्ताओं से 10 रुपए प्रति व्यक्ति व प्रत्येक परिवार से 100 रुपए का चंदा देने की मांग की है। वहीं रामालय ट्रस्ट का अपना अलग सुर है, उनका कहना है कि कोई ट्रस्ट हमें दान लेने से नहीं रोक सकता है। रामालय ट्रस्ट ने स्वर्ण-संग्रह-सपर्या अभियान चला रखा है। पर उनका कहना है कि यह एकत्र स्वर्ण वह मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को ही सौंपेंगे।
राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की नई दिल्ली में 19 फरवरी को हुई बैठक के बाद ट्रस्ट को मंदिर निर्माण के लिए पहला चंदा पेजावर मठ के प्रमुख स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ ने 5 लाख रुपए के चेक के रुप में सौंपा। उसके बाद ट्रस्ट की प्रार्थना पर गृह मंत्रालय ने सभी प्रदेशों को एक एडवाजरी जारी कर सिर्फ ट्रस्ट को चंदा लेने के लिए नामित किया। पर मंदिर निर्माण के लिए धन की व्यवस्था कैसे हो इसके लिए विहिप के अन्तरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष व ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर निर्माण में धन की चिंता करने की जरूरत नहीं है उनके पास अभी 15 लाख रुपए के चेक पड़े हैं, जिनमें दो पांच-पांच लाख रुपए के हैं। चंपत राय ने संगठन कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे राम मंदिर निर्माण के लिए प्रति व्यक्ति दस रुपए और प्रति परिवार एक सौ रुपए का योगदान दें। 135 करोड़ देशवासियों की भावनाओं का मंदिर उन्हीं के सहयोग से बनेगा।
रामालय के माध्यम से ही देना चाहते हैं दान :- श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अधिकृत करने के बाद भी कई पुराने ट्रस्टों ने चंदा-दान लेने का मोह नहीं छोड़ पाए हैं। रामालय ट्रस्ट ने स्वर्ण-संग्रह-सपर्या अभियान शुरू किया है, जिसमें हर गांव से कम से कम एक ग्राम सोना दान का लक्ष्य रखा गया है। चंदें लेने की रोक पर रामालय ट्रस्ट के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने नाराजगी जताते हुए कहाकि हम सोना जुटाकर अधिकृत ट्रस्ट हो ही देंगे, दानी एफिडेविट के जरिए सोना दे रहे हैं कि हम रामालय के माध्यम से ही दान करना चाहते हैं। ऐसे में सरकार या कोई ट्रस्ट हमें दान लेने से नहीं रोक सकता।
बायलॉज प्राप्त होते ही एक रुपए के नए नोट से खुलेगा रामलला का खाता :- ट्रस्ट का बैंक खाता खुलने में दिक्कत आ रही है पर यह जल्द ही दूर हो जाएगी। रामलला का खाता स्टेट बैंक आफ इंडिया में खुलेगा और यह मोदी सरकार के एक रुपए के नए नोट से खोला जाएगा। महासचिव चंपत राय ने बताया ट्रस्ट का खाता केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के वित्त मंत्रालय की ओर से दिए गए एक रुपए के करेंसी नोट से ही खुलेगा। मोदी सरकार ने ट्रस्ट को करेंसी से निकाल कर एक नंबर का नोट चंदे के रूप में दिया है। वही नोट अब एसबीआई शाखा में खुल रहे रामलला के खाते में जमा किया जाएगा। एसबीआई के उप महाप्रबंधक प्रशांत कुमार दास ने बताया कि ट्रस्ट का बायलॉज प्राप्त होने के पर खाता खोल दिया जाएगा। यह खाता अभी पुरानी शाखा में ही खुलेगा और भविष्य में रामजन्मभूमि परिसर में नई शाखा भी खोली जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो