खेलते-खेलते गई जान
बताया जा रहा है कि लड़की का नाम मानवी है और उसकी उम्र 10 साल है। सुबह जब मानवी और उसकी बड़ी बहन स्कूल के लिए निकली थी तब वह बिल्कुल ठीक थी। जब मानवी दोपहर में लंच के बाद कॉरिडोर से जा रही थी तभी वह अचानक लड़खड़ा कर गिर गई। मानवी को बेहोश देखकर सारी सहेलियां चीखने लगी। शोर-शराबा सुनकर शिक्षक वहां आ गए और बच्ची को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। कुछ ही देर में मानवी की मां, रिटायर आईएएस नाना वीपी सिंह भी हॉस्पिटल पहुंच गए। बच्ची को वे लोग चन्दन हॉस्पिटल लेकर चले गए, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
दिल का दौरा पड़ने से हुई बच्ची की मौत
मानवी के छोटे नाना डीपी सिंह ने बताया कि डॉक्टर ने दिल का दौरा पड़ने से मौत होने की बात कही है। इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्र ने बताया कि सूचना पर पुलिस टीम स्कूल गई थी। फुटेज चेक करने पर पता चला कि मानवी सहेलियों के साथ कॉरिडोर से जाते वक्त लड़खड़ा कर गिर पड़ी। इंस्पेक्टर के मुताबिक परिवार वाले छात्रा को लेकर अस्पताल गए थे। मौत होने के बाद परिवार की तरफ से पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया गया।