दुर्लभ प्राचीन प्रतिमाओं का संरक्षण :- चित्रकूट से 50 किलोमीटर दूर राजापुर गांव है वहीं लालापुर प्रयागराज से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इन स्थलों को धार्मिक पर्यटन स्थल के रुप में बनाने के लिए संस्कृति और पर्यटन विभाग ने अपनी कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है। महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सीएम योगी चित्रकूट के लालापुर स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम में दर्शन को आए थे। उसी वक्त सीएम योगी ने पर्यटन और संस्कृति विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि महर्षि वाल्मीकि आश्रम में मौजूद दुर्लभ प्राचीन प्रतिमाओं को चुन कर उन्हें संरक्षित किया जाए।
पर्यटकों को लुभाएगी लव-कुश की जन्मस्थली :- महर्षि वाल्मीकि के इसी आश्रम में मां सीता ने अपने वनवास के दौरान भगवान राम के जुड़वां प़ुत्रों लव—कुश को जन्म दिया था। आश्रम बेहद ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए 480 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। उम्मीद की जा रही है कि आश्रम के धार्मिक आकर्षण के साथ यहां पर पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे, सड़क, लाइट एंड साउंड, पर्यटकों के लिए शानदार और आरामदायक विश्राम स्थल बनाएं जाएंगे।
वाल्मीकि आश्रम में विकास का कार्य शुरू :- मुकेश मिश्रा पर्यटन व संस्कृति उत्तर प्रदेश प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा ने कहाकि, सीएम के निर्देश पर चित्रकूट स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम के विकास का कार्य शुरू करवा दिया गया है। पहले चरण में वहां वन विभाग को आश्रम तक पहुंच मार्ग के विकास और अनुरक्षण आदि का काम दिया गया है। काम तेजी से चल रहा है।
मंदिरों का दस्तावेजीकरण :- इसके आलावा सीएम योगी के निर्देश पर जिला गजेटियर में राम, हनुमान, वाल्मीकि मंदिर का अंकन और दस्तावेजीकरण किया जा रहा है।