गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि उन्नाव के बिहार थाना अध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी और छह अन्य पुलिसकर्मियों को उन्नाव मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में रविवार को निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई गत गुरुवार को आग के हवाले की गई 23 वर्षीय बलात्कार पीड़िता का अंतिम संस्कार किए जाने के बाद देर रात की गई।
शुक्रवार देर रात उन्नाव पीड़िता की मृत्यु के बाद विपक्षी दलों ने अगले दिन शनिवार को योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमत्री अखिलेश यादव ने स्थानीय पुलिस की भूमिका पर प्रश्न उठाते हुए सरकार पर गंभीर सवाल दागे।
अखिलेश और प्रियंका ने कहा था कि स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और शिकायत के चार महीने बाद तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। बाद में अदालत के आदेश पर प्राथमिकी पंजीकृत की गई।
उन्नाव में बिहार थाना क्षेत्र के गांव की रहने वाली युवती को पांच लोगों ने गत गुरुवार को तड़के चार बजे आग के हवाले कर दिया था। लड़की ने आरोपियों में से दो पर पूर्व में बलात्कार का मामला दर्ज कराया था।