रैपिड रिस्पांस टीम का गठन :- जीका वायरस का लेकर गंभीर स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेद ब्रत सिंह ने निर्देश जारी करते हुए कहाकि, सभी जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जाए और मरीजों को चिन्हित करें। यह टीमें बुखार पीड़ित मरीजों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं और जीका वायरस प्रभावित राज्य केरल और राजस्थान से आने वाले लोगों को चिन्हित करेंगी।
स्वास्थ्य महानिदेशालय में कंट्रोल रूम :- स्वास्थ्य महानिदेशक ने सख्त निर्देश दिए हैं कि, विदेश यात्रा खासकर अफ्रीकी देशों से आने वालों पर नजर रखी जाएगी। सरकारी और निजी अस्पतालों में जहां बुखार से पीड़ित रोगी भर्ती हैं, वहां लक्षण वाले मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। अगर किसी मरीज में जीका वायरस की पुष्टि होती है तो उसे 14 दिनों तक अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। इसके साथ ही सभी जिलों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जीका वायरस के लक्षण :- जीका वायरस संक्रमित एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से होता है। जीका वायरस से पीड़ित मरीज को तेज बुखार, शरीर पर लाल रंग के दाने, आंखों में जलन और मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होता है। तीन से 14 दिनों के अंदर लक्षण दिखने लगते हैं।