उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की वार्षिक परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हो गईं। बोर्ड की परीक्षा में इस बार इंटरमीडिएट के 25,84,511 छात्र तो हाईस्कूल के 30,20,607 छात्र हिस्सा ले रहे हैं। कुल 56,07,118 परीक्षार्थियों की निगरानी के लिए 1 लाख 91 हजार सीसीटीवी लगाए गए हैं।
यूपी बोर्ड 2020 के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या सोमवार को करीब 4,12,548 तक पहुंच गई है। हालांकि, यह संख्या सोमवार शाम तक जिलों से मिले आंकड़ों के आधार पर जारी की गई है लेकिन सोमवार देर रात तक के पूरे आंकड़े मंगलवार को जारी होंगे तब यह संख्या और बढ़ सकती है।
अकेले सोमवार को 970 परीक्षार्थियों ने हाईस्कूल की परीक्षा और इंटरमीडिएट की परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या 4398 रही। यूपी बोर्ड परीक्षा में अब तक अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों की संख्या बढ़कर 183 हो गई है। यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 के दौरान गड़बड़ी के मामलों में अब तक 77 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। हालांकि सोमवार को कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। बोर्ड परीक्षा के पहले दो दिन के भीतर ही तीन लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी।
लखनऊ में 17 पेपर नकल विहीन संपन्न होगए है। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा खुद परीक्षा केंद्रों पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं। इसके साथ अफसर भी लगातार परीक्षा केंद्रों का दौरा कर रहे हैं। डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2020 की परीक्षा में 17 प्रश्नपत्र पूरे हो गए हैं, पर अबतक किसी परीक्षा केंद्र पर कोई नकल करते नहीं पकड़ा गया। इससे पहले पिछले साल बख्शी का तालाब क्षेत्र के बीकेटी इंटर कॉलेज में हिंदी की परीक्षा में 10वीं का एक परीक्षार्थी नकल करते पकड़ा गया था।