सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि राज्यपाल के भाषण से सत्र के शुभारंभ की परिपाटी रही है, लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है लेकिन संविधानिक मर्यादा के तहत। जब सदन में बैठा सदस्य उन संविधानिक मर्यादाओं की रक्षा नहीं कर सकता है तो इसकी उम्मीद किसी और से नहीं की जा सकती है। जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं वे अक्सर उसे तार-तार करते हुए दिखाई देते हैं। सदन में कागज के गोले फेंकते देखे गए हैं। जिन्होंने इसी सदन में विधायकों को चोटिल किया वे विधायकों की सम्मान की बात करते हैं। जिन लोगों ने तंदूर कांड को अंजाम दिया था वे महिला सशक्तीकरण की दुहाई देते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि जिन्होंने बलिकाओं से हो रहे अत्याचारों पर कहा था कि बच्चों से गलती हो जाती है, वे लोग यहां पर महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं। जिन लोगों ने अयोध्या में राम भक्तों पर गोली चलाकर वहां की मान्यता दूषित करने का काम किया था वे उपद्रवियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर हमसे जवाब-तलब करने का प्रयास कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कछ नेता नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर हो रहे विरोध प्रदर्शन में अपने बच्चों को भेजते हैं। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की मौत पर सीएम योगी ने कहा कि यह मौतें पुलिस की गोली से नहीं बल्कि उपद्रवियों की गोली से हुई है। योगी ने चेताते हुए कहाकि कि तिरंगे की आड़ में उपद्रव बर्दाश्त नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण की शुरूआत में कहा था कि हमारी रामराज की अवधारणा को पेश करने को पूरी तरह प्रतिबद्ध है। रामराज कोई धार्मिक राज्य नहीं है। हर प्रकार के दुखों से मुक्ति का उपाय किसी भी लोककल्याणकारी शासन का दायित्व बनता है और हमने इस दायित्व के साथ धर्म को जोड़ा है। किसी उपासना विधि को नहीं जोड़ा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वास्तव में रामराज है क्या, यह हर व्यक्ति समझ भी नहीं पाएगा। आखिर जिस कार्य के लिए वर्ष 1990 में रामभक्त अयोध्या जा रहे थे, जिन रामभक्तों को गोली मारी गई थी, जो लोग कहते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता, आखिर उन रामभक्तों की बात पर देश की सुप्रीम कोर्ट ने मुहर लगा दी है। अयोध्या में वर्षों से दबी हुई भावनाओं को मंच मिला और उस मंच माध्यम से सामने आया कि वास्तव में देश का लोकतंत्र दुनिया का एक सशक्त लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि जो भक्त अयोध्या में राम मंदिर की मांग कर रहे थे वे सही थे और गोली चलाने वाले गलत थे यह साबित हो गया है।