56 मिनट तक चला मैराथन मुकाबला तीन गेम तक खिंचा। पहला गेम 9-21 से गंवाने के बाद लग रहा है था कि सुहास एक बार फिर मजूर की चुनौती को पार नहीं पा सकेंगे लेकिन अगले दो गेम में उन्होंने शानदार खेल को प्रदर्शन किया। और 21-16 21-16 से धमाकेदार जीत के खिताब अपने नाम कर लिया। सुहास और मजूर के बीच यह आठवां मुकाबला हुआ, जिसमें फ्रांस के शटलर ने छह और भारतीय शटलर ने दो मुकाबले अपने नाम किए।
जीत के बाद सुहास एलवाई ने कहाकि यह मेरे बैडमिंटन कैरियर की सर्वश्रेष्ठ जीतों में शुमार है। मजूर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शटलर हैं और पहले टोक्यो पैरा ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। मुकाबले की शुरुआत में बस अपना सर्वश्रेष्ठ देने की सोचकर उतरा था, हनुमान जी ने मेरी सुन ली उसकी बदौलत यह महत्वपूर्ण मुकाबला जीतने में सफल रहा।