राजस्व विभाग में लेखपालों के करीब 5200 पद रिक्त बताए जा रहे हैं। पद रिक्त होने से कार्यरत कर्मियों को अतिरिक्त क्षेत्र का काम करना पड़ता है। इससे सरकार की तय समय सीमा में काम कराने की मुहिम प्रभावित होती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले ढाई वर्ष में राजस्व परिषद की कई बैठकों व कार्यक्रमों में लेखपालों के रिक्त पदों पर भर्ती के निर्देश दिए। मगर, बीच में परिषद के अफसरों ने इस काम को महत्व नहीं दिया और सीएम का निर्देश महीनों तक फाइलों में कैद पड़ा रहा। कुछ दिन पहले परिषद ने जिलाधिकारियों व मंडलायुक्तों को जिलों में रिक्त पदों का ब्योरा आरक्षण के ब्योरे के साथ प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि जिलों से रिक्त पदों का ब्योरा आ गया है। भर्ती प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही इसे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेज दिया जाएगा। पहली बार लेखपालों की भर्ती बिना इंटरव्यू केवल लिखित परीक्षा के जरिए होनी है।