राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति अब कहीं भी चिंताजनक स्थिति नहीं है। इस वक्त प्रदेश के 16 जिले जिसमें अम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मऊ, संत कबीर नगर तथा सीतापुर के 690 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से 299 गांवों का संपर्क अन्य इलाकों से पूरी तरह कट गया है।
राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि प्रभावित लोगों के ठहरने के लिए कुल 373 कैंप बनाए गए हैं। 784 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं, जिनसे बाढ़ के बारे में पल पल की नजर रखी जा रही है। राहत और बचाव कार्य के लिए 465 नौकाओं मुस्तैद हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत पीएसी की कुल 29 टीमें स्थिति से निबटने के लिए तैनात हैं। शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी), एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या और तुर्तीपार (बलिया) में घाघरा के जलस्तर की हालात ठीक नहीं है, खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी बांधों की निगरानी और जरूरत पड़ने पर उनकी मरम्मत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।