उत्तर प्रदेश की राजधानी और उससे लगे इलाकों में गुरुवार को सुबह से बादल आ रहे और जा रहे थे। धूप भी पूरी निकली हुई थी, गरमी ने लोगों को परेशान किया। आफिस में स्वेटर उतरकर कुर्सी के पीछे टांग दिए गए। पर जैसे ही शाम हुई, सात बजे के करीब मौसम कुछ ठंडा हो गया। रात 11 बजे के करीब तेज हवाएं चलने लगी और एक बड़ा सा पानी का झोका आया और गरम मौसम में सबको कंपकपा के चला गया। शुक्रवार सुबह महाशिवरात्रि के मौके पर प्रदेश के कई जिलों में आंधी तूफान के साथ भोर के 4 बजे खूब बारिश हुई।
आचंलिक मौसम केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि जम्मू कश्मीर के पास नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है। इसके चलते प्रदेश में तीन चार दिनों तक मौसमी बदलाव दिखेंगे। शुक्रवार को महाशिवरात्रि है, राजधानी समेत आस-पास शहरों में बादल हल्की बारिश से उनका अभिषेक कर सकता है। शनिवार को भी छिटपुट बूंदाबांदी सहित हल्की बारिश की संभावना है।
अब हम बात करते हैं इस साल की गर्मी की। गर्मी के मौसम में गर्मी का भंयकर कहर झेलना पड़ेगा। अप्रैल-मई और जून महीने में रिकॉर्डतोड़ गर्मी की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि इस बार गर्मियों के मौसम में प्रदेश के मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग से जुड़े वैज्ञानिकों की मानें तो इस बार उत्तर प्रदेश में तापमान सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रह सकता है। जनता को लू और भीषण गर्मी का सामना करना पड़सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार अप्रैल महीने में ही भीषण गर्मी शुरू हो जाएगी उत्तर प्रदेश में 1 से 1.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान रहने की संभावना है। भीषण गर्मी के चलते लू भी कहर बरपाएगी। गरमी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 12 फरवरी को प्रदेश में अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। फरवरी महीने में ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि प्रदेश के कई शहरों का तापमान औसत से ज्यादा रह सकता है और बढ़े हुए तापमान का रंग मार्च, अप्रैल, मई और जून में देखने और महसूस करने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, हवाओं के रुख में बदलाव के चलते 10 फरवरी के बाद अधिकतम तापमान में इजाफा हुआ है। पिछले एक पखवाड़े के दौरान अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस का इजाफा हुआ है।
स्काइमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि शुक्रवार को भी हल्की बारिश होने के आसार हैं। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। हालांकि तापमान में आंशिक गिरावट हो सकती है और फिलहाल महसूस हो रही गर्माहट से थोड़ी राहत भी मिल सकती है, लेकिन ठिठुरन भरी ठंड अब दोबारा लौटकर नहीं आएगी।