महाकाल के दरबार में किया गिरफ्तार :- यूपी एसटीएफ हाथ मलती रह गई। और विकास दुबे बच गया। उज्जैन में सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल मंदिर पहुंचा, जहां महाकाल के दर्शन के लिए 250 रुपए की पर्ची कटाई। फिर जब वह लाइन खड़ा था तब उसे गार्ड और मंदिर के पुजारी ने पहचान लिया था। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिसकर्मी आए उसे चौकी लेकर पहुंचे। जानकारी के बाद उज्जैन एसपी मनोज सिंह तुरंत महाकाल चौकी पर पहुंचे और उसके बाद किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
विकास चार्टर्ड प्लेन से आएगा लखनऊ :— विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी और उसका ट्रांजिट रिमांड लेगी। ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद ही एमपी पुलिस पकड़े गए आरोपित को दूसरे प्रदेश की पुलिस को सौंप सकती है। इस अनुमति को ही ट्रांजिट रिमांड कहते हैं। यूपी एसटीएफ टीम निकल चुकी है, और तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर शाम तक विकास दुबे को चार्टर्ड प्लेन से लेकर लखनऊ पहुंच जाएगी।
मध्य प्रदेश पुलिस अलग नहीं :- यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा विकास दुबे को लाने को विवेचक रवाना हो गए हैं, नियमानुसार कार्रवाई होगी। न्यायिक प्रक्रिया के तहत विकास दुबे पर कड़ी कार्रवाई होगी। फरार आरोपियों को पकड़ा जाएगा। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक सभी आरोपियों को सजा न दिला दें। विकास दुबे को अपने हाथ से फिसल जाने के मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे देश की पुलिस एक है। हम या मध्य प्रदेश पुलिस अलग नहीं है। इसको सफलता या असफलता से नहीं देखा जाएगा। यह सत्य है कि शातिर अपराधी विकास दुबे पकड़ा गया है।
दो साथियों को मार गिराया :- गुरुवार सुबह कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला और प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। प्रभात मिश्रा को पुलिस ने फरीदाबाद के होटल से गिरफ्तार किया था। प्रभात पुलिस की कस्टडी से भाग रहा था। इसके बाद एनकाउंटर में प्रभात को मार गिराया गया। इसके अलावा इटावा में विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला को मार गिराया गया है।
उज्जैन पहुंचना, सुरक्षा के दावों की खोलता है पोल : प्रियंका गांधी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार के काम और कानून व्यवस्था पर इशारा करते हुए अपने ट्विट पर लिखा कि, कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। प्रियंका गांधी ने लिखा कि, तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की सीबीआई जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।
ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी : अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ट्विट के जरिए गुरुवार को आठ यूपी पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दूबे की गिरफ्तारी पर संशय जताई है, उन्होंने लिखा है कि, ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है, अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।