लखनऊ

कानपुर में विकास दुबे इनकाउंटर में मारा गया, चार गोलियां लगीं, हर तरफ लग रहे यूपी पुलिस जिंदाबाद के नारे

विकास दूबे ने पिस्तौल छीनकर भागने का किया था प्रयासएसटीएफ टीम ने पहले उसे चेताया फिर की जवाबी कार्रवाई

लखनऊJul 10, 2020 / 03:38 pm

Mahendra Pratap

कानपुर में विकास दुबे इनकाउंटर में मारा गया, चार गोलियां लगीं, हर तरफ लग रहे यूपी पुलिस जिंदाबाद के नारे

कानपुर. कानपुर इनकांउटर का आठवां दिन पांच लाख रुपए के इनामी विकास दूबे पर भारी पड़ा। यूपी के सबसे बड़े इनामी की सारी चलाकियां धरी रह गई। उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार विकास दूबे को मध्य प्रदेश पुलिस से अपनी कस्टडी में लेकर यूपीएसटीएफ राजधानी लखनऊ लेकर आ रही थी। कानपुर से 20 किलोमीटर पहले ही भौंती के पास यूपीएसटीएफ की कार दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गयी। जिसके बाद विकास दूबे ने मौका देखकर भगाने की कोशिश की। एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीनकर भागने लगा, एसटीएफ टीम ने उसे चेताया पर वह नहीं माना, उसने एसटीएफ टीम पर हमला कर दिया। जिसकी जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने गोलाबारी की। जिसमें यूपी मोस्ट वांटेड अपराधी बुरी तरह घायल हो गया। पुलिस तुरंत उसे अस्पताल लेकर गई। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि विकास दुबे को चार गोलियां, 3 गोली सीने में और एक हाथ में लगी थी। घटनास्थल से एक बैग और कुछ कपड़े बरामद किए गए। इस मुठभेड़ में चार सिविल पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 एसटीएफ कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं। विकास दूबे शव के पोस्टमार्टम से पहले कोरोना टेस्ट कराया गया, जो नेगेटिव आया। अब सारे राज का पर्दाफाश सिर्फ विकास दूबे की पत्नी और उसका बेटा ही कर सकेंगे। बाकी उसकी एक बड़ी टीम के कई अहम सदस्यों का खात्मा हो चुका है। और जो बाकी हैं उनका भी खात्मा तय है। कानपुर खुशियों से झूम रहा है। पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं।
कानपुर नगर पुलिस की मीडिया सेल ने बताया कि थाना चौबेपुर पर दिनांकः 03.07.2020 को पंजीकृत मुअस 192/20 धारा 147/148/149/302/307/394/120बी भादवि व 7 सीएलए एक्ट जो आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने वाले मामले में वांछित पांच लाख रुपए का इनामियां अभियुक्त विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे नि बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर पर दर्ज हैं।
आत्मसमर्पण की चेतावनी दी गई :- यूपी एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि विकास को सरेंडर करने के लिए कहा गया था लेकिन उसने नहीं किया। उससे बार-बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन वो नहीं माना। विकास दुबे को पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली मारी। कानपुर मुठभेड़ में कुल 21 अभियुक्त नामजद थे और 60 से 70 अन्य अभियुक्त थे। जिसमें से अब तक 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं, छह मारे गए हैं और 120 बी के अंदर 7 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। 12 इनामी बदमाश वांछित चल रहे हैं।
घायल पुलिसकर्मी हालत स्थिर :- यूपी एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मुठभेड़ में सिविल पुलिस के 4 कर्मी घायल हुए हैं जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 एसटीएफ कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं। एलएलआर अस्पताल प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल ने बताया कि तीनों घायल पुलिस की हालत स्थिर है। दो पुलिसकर्मियों को गोली लगी थी जिसे निकाल दिया गया है।
पत्नी और बेटे से सिर्फ पूछताछ :- कानपुर इनकांउटर के राज का खुलासा अब सिर्फ विकास दूबे की पत्नी और बेटा ही कर सकते हैं। गैंग के अधिकतर सदस्य तो इनकाउंटर में ढेर हो गए हैं। कानपुर पुलिस के मीडिया सेल ने बताया कि गुरुवार देर रात उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे और उसके बेटे से पूछताछ की। हालांकि रिचा दुबे और उसके बेटे पर अभी कोई आरोप नहीं है सिर्फ पूछताछ की जा रही है। विकास दुबे का बेटा अभी नाबालिग है।
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