पंत विवि के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. आरके सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी पर बन रहे कम दबाव क्षेत्र का प्रभाव यहां भी नजर आएगा, लेकिन यह सिर्फ बादलों तक ही सीमित रहेगा। बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं आदि कई आस-पास के जिलों में 18 अक्टूबर तक बारिश के आसार नहीं है पर ज्यादा लो प्रेशर बना तो नवरात्र में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। राजधानी लखनऊ में दोपहर 12 बजे पूरे जोर के साथ धूप निकली है। मौसम में थोड़ी सी ठंड संग गर्मी है। राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 22 डिग्री तापमान है। वैसे बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रही है।
शरदकालीन गन्ने की बुवाई जल्छी करें :- गन्ना वैज्ञानिकों ने गन्ना किसानों को सलाह दी है कि शरदकालीन गन्ने की बुवाई यदि चल रही हो तो उसे जल्द से जल्द पूरा कर लें। देर तक बुवाई चलने से फसल का उत्पादन प्रभावित होने का अंदेशा बना रहता है।
चने की बुवाई के लिए सही समय :- डॉ. आरके सिंह ने किसानों को सलाह देते हुए कहाकि, यह समय चने की बुवाई के लिए अनुकूल है, लिहाजा इसकी अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में बुवाई शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने चने की कई किस्मों की भी जानकारी दी। उन्नतशील मसूर और बरसीम की बुवाई का भी यह सही समय है। किसान तैयार फसलों की खुदाई कर उन्हें अच्छे से सुखाकर भंडारित करें।