तीन बार वसीयतनामा बदलने का मुख्य कारण सीबीआई ने अधिवक्ता से पूछा कि वसीयतनामा तैयार कराते समय महंत नरेंद्र गिरी की मनोदशा क्या थी। क्या वसीयत को लेकर किसी भी तरह के दबाव तो नहीं बनाया गया था। बलबीर गिरि के बाद फिर आनंद गिरि क्यों की थी वसीयत, इसके बाद फिर से बलबीर गिरि के नाम क्यों हुई वसीयत।
पहली कब वसीयत के लिए महंत ने किया था संपर्क सीबीआई ने जानकारी लेते अधिवक्ता से यह पूछा कि वसीयतनामा बदलने को लेकर पहली बार कब महंत नरेंद्र गिरी ने संपर्क किया था। इसके साथ वसीयतनामा से जुड़े बिन्दुवार सीबीआई ने अधिवक्ता से कई सवाल किए। प्रयागराज के अल्लापुर इलाके मे रहने वाले अधिवक्ता ऋषि शंकर द्विवेदी से महंत नरेंद्र गिरी ने वसीयतनामा तैयार कराई थी।वसीयतनामा में बलबीर गिरी को मठ बाघम्बरी गद्दी का उत्तराधिकारी घोषित किया गया है।