पूर्वांचल में कांग्रेस को मजबूत करने की योजना के साथ प्रियंका गांधी की निगाह वाराणसी, आजमगढ़, बस्ती के साथ गोरखपुर पर भी है। बस्ती दौरा में उन्हें 23 फरवरी को हरैया में किसान रैली को संबोधित करना था। प्रियंका के इसके बाद गोरखपुर और वाराणसी में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित हैं।
माना जा रहा है कि प्रियंका का दौरा रद होने की वजह दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद पार्टी के अंदर बढ़ता आरोप-प्रत्यारोप है। गुरुवार को दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पहली बार आलाकमान को खुलकर निशाने पर लिया। इसके बाद वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी संदीप के समर्थन में आ गए। दीक्षित ने कहा कि रिटायर होने वाले पार्टी के नेता भी कुछ नहीं कर रहे हैं। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी संदीप के बयान का खुला समर्थन करते हुए माना कि देशभर के कांग्रेसी नेताओं में आलाकमान के खिलाफ नाराजगी है। संदीप दीक्षित ने कहा इतने महीनों के बाद भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं कर सके। थरूर ने ट्वीट कर कहा, ‘संदीप दीक्षित ने जो कहा है वह देशभर में पार्टी के दर्जनों नेता निजी तौर पर कह रहे हैं। इनमें से कई नेता पार्टी में जिम्मेदार पदों पर बैठे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सीडब्ल्यूसी से फिर आग्रह करता हूं कि कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने और मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए नेतृत्व का चुनाव कराएं।’
दिल्ली चुनाव के बाद राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक आलाकमान के खिलाफ विरोध हो रहा है। मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ सडक़ पर उतरने की धमकी दे चुके हैं। राजस्थान में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच 36 का आंकड़ा चल रहा है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच कड़वाहट बढ़ती ही जा रही है।