गौरतलब है गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला से आगे चल रहे हैं, वहीं फुलपुर में सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल शुरुआत से ही बढ़त बनाये हुए हैं। खबर लिखे जाने तक दोनों ही सीटों पर समाजवादी पार्टी ने निर्णायक बढ़त बना ली थी। गोरखपुर सीट जहां योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई है, वहीं फुलपुर की सीट केशव प्रसाद मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी। इन दोनों सीटों के लिए मतदान 11 मार्च को हुआ था।
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गोरखपुर और फूलपुर में वोटिंग के दिन अखिलेश यादव ने कही थी बड़ी बात
अखिलेश ने पहले ही कर दी थी भविष्यवाणीमतदान के दिन ही अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि आज का दिन इतिहास बदलने का भी है और इतिहास बनाने का भी। उन्होंने कहा था कि उपचुनाव के नतीजे देश-प्रदेश के भविष्य के लिये क्रांतिकारी और निर्णायक साबित होंगे।
लखनऊ की फिजां में गूंजे ‘बुआ-भतीजा जिंदाबाद’ के नारा
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में जैसे ही सपा प्रत्याशियों को बढ़त मिलती गई, लखनवी फिजां में ‘बुआ-भतीजा जिंदाबाद’ के नारे घुलने लगे। दोनों ही सीटों पर कामयाबी से उत्साहित सपाइयों ने राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय पर ‘बुआ-भतीजा जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से 2019 में भी सपा-बसपा गठबंधन बनाये रखने का अनुरोध करेंगे।
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में जैसे ही सपा प्रत्याशियों को बढ़त मिलती गई, लखनवी फिजां में ‘बुआ-भतीजा जिंदाबाद’ के नारे घुलने लगे। दोनों ही सीटों पर कामयाबी से उत्साहित सपाइयों ने राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय पर ‘बुआ-भतीजा जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से 2019 में भी सपा-बसपा गठबंधन बनाये रखने का अनुरोध करेंगे।
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डिप्टी सीएम बोले- ऐसी उम्मीद नहीं थीलोकसभा चुनाव से ठीक पहले उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से सपाइयों में खुशी की लहर है। लेकिन भाजपा खेमे में मायूसी है। उनके रणनीतिकारों को समझ में नहीं आ रहा है कि ये क्या हो गया। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्हें उन्हें कतई उम्मीद नहीं थी कि इस तरीके से बसपा का पूरा वोट समाजवादी पार्टी में चला जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में जब भी सपा-बसपा और कांग्रेस साथ आएंगे तो पार्टी इनसे निपटने की तैयारियां करेगी और इसी आधार पर भाजपा 2019 लोकसभा चुनाव में रणनीति तैयार करेगी।