क्या है पूरा मामला
सआदतगंज क्षेत्र निवासी मासूम के पिता ठेलिया चालक है। रविवार शाम करीब चार बजे मासूम घर के बाहर खेल रही थी। इस बीच उसके पिता के दोस्त और मुहं बोला मामा बबलू उर्फ यासिरा ने उससे पानी मंगाया। बच्ची पड़ोस में स्थित मौरंग की दुकान से पानी लेकर आरोपित को देने पहुंच गई। बताते हैं, बच्ची को अकेला देख बबलू के सिर पर शैतान सवार हो गया। उसे फुसलाकर अपने घर के भीतर ले गया। उधर, जब काफी देर तक जब बच्ची वापस नहीं लौटी तो परिवारीजन ने खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। उन्होंने सआदतगंज पुलिस को सूचना दी। छानबीन के दौरान पुलिस ने आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई। पता चला कि मासूम आखिरी बार बबलू के साथ देखी गई थी। इसपर सआदतगंज और ठाकुरगंज पुलिस बबलू के घर पहुंची तो वहां ताला बंद था। इसके बाद पुलिस टीम ने खोजबीन करते हुए बबलू को दबोच लिया। पहले पूछताछ में आरोपित ने बच्ची के बारे में जानकारी से इन्कार कर दिया।
दरवाजा तोड़कर दाखिल हुई पुलिस
बबलू भले मुकर गया, लेकिन पुलिस का शक उस पर गहरा चुका था। घर की चाबी मांगी तो आनाकानी करने लगा। इस पर पुलिस आरोपित के कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। शक सही निकला। अंदर मासूम बेड के नीचे लहूलुहान पड़ी मिली, जिसके गले पर चोट के गहरे निशान थे। कपड़े भी अस्त-व्यस्त मिले। बच्ची की हालत देखकर परिवारीजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने बबलू की पिटाई कर दी। पुलिस ने उसे भीड़ से मुक्त कराया और थाने ले आई। घटना से नाराज लोगों का गुस्सा इतने पर भी शांत नहीं हुआ। उन्होंने मौके पर ही हंगामा शुरू कर दिया। बवाल बढ़ता देख कई थानों की पुलिस बुला ली गई। लोगों ने बबलू के घर में तोड़फोड़ और आगजनी का प्रयास भी किया। इसे देखते हुए घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।