यूपी एटीएस (UP ATS) का कहना है कि मौलाना कलीम दिल्ली का निवासी है और वह काफी समय से गैर मुस्लिम समाज के लोगों को गुमराह व डराकर उनका धर्मांतरण करता था व उन्हें भी इस काम में लगाता। विदेशों को उसकी फंडिंग होती थी। वह जामिया इमाम वलीउल्ला (Imam Valiullah) नामक एक ट्रस्ट संचालित करता था। और कई मदरसों को भी फंडिंग करता था। इन मदरसों के जरिए वह लोगों को जन्नत व जहन्नुम की बातों से गुमराह करता था। हवाला के जरिए उसे यह राशि भेज जाती थी।
ये भी पढ़ें- फिल्म अभिनेत्री सना खान का निकाह कराने वाला मौलाना कलीम करवाता था धर्मांतरण, विदेशी फंडिग से जुड़े तार एडीजी कानून व्यवस्था (ADG Law and Order) प्रशांत कुमार (Prashant Kishore) का कहना है कि अब तक जो जांच की गई हैं, उसमें पाया गया है कि मौलाना के ट्रस्ट जमिया ईमाम वलीउल्लाह को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित कुल तीन करोड़ रुपये की मिले हैं। उसको की जानी वाली फंडिंग के सबूत प्राप्त हुए हैं। फिलहाल एटीएस (ATS) की छह टीमें मामले में जांच में जुटी हैं।