दिग्गज बसपाइयों ने मायावती के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- नये नेतृत्व को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान
पांच अप्रैल को मायावती ने बुलाई बसपा की बैठक
बीते दिनों में जिस तरह से भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर का राजनीतिक उभार हुआ है, वैसे ही उनकी महात्वाकांक्षा भी बढ़ गई है। इससे कतई इनकार नहीं किया जा सकता है। मायावती को हमेशा बहनजी कहकर संबोधित करने वाले चंद्रशेखर अब खुलकर विरोध कर रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह मायावती के दलितों वोटबैंक में सेंधमारी कर सकते हैं। हालांकि, संसाधनों और संगठनात्मक पहुंच की कमी के चलते यह कर पाना इतना आसान नहीं होगा। बावजूद, मायावती उनकी बढ़ती महात्वाकांक्षा से आने वाले संभावित खतरे के प्रति सजग हैं। चंद्रशेखर पर भाजपा के इशारों पर चलने का आरोप लगा चुकीं मायावती कई बार मीडिया में आकर सफाई दे चुकी हैं कि उनका भीम आर्मी से कुछ भी लेना-देना नहीं है। सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर के नई पार्टी बनाने के ऐलान के बाद मायावती ने लखनऊ में पांच अप्रैल को दिग्गज बसपा नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में चंद्रशेखर के राजनीतिक नुकसान की संभावनाओं को कम करने की रणनीति पर मंथन किया जाएगा।