उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अब दलितों का वोट पाने के लिए उनके प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं जबकि भाजपा शासित राज्यों में वह दलित उत्पीड़न पर कुछ भी नहीं बोलते। उन्होंने गुजरात के ऊना कांड में भी अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री से इस्तीफा नहीं लिया और न ही रोहित वेमुला कांड में कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा लिया था।
जानकारी हो कि मोदी ने उत्तरप्रदेश की रैली में बसपा प्रमुख मायावती पर सिर्फ बयानबाजी कर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर बहनजी को दलित बेटियों की इतनी ही चिंता है तो इस अपराध को छिपाने वाली राजस्थान सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लेतीं। स पर मायावती ने कहा कि गुजरात के उना कांड, रोहित बेमुला की मौत और दलितों पर अत्याचार को लेकर मोदी क्यों इस्तीफा नहीं देते हैं।