नहीं मिला गठबंधन का कोई फायदा दरअसल, मायावती का मानना है कि जनता कांग्रेस से गठबंधन करने का उनकी पार्टी को छत्तीसगढ़ में कोई फायदा नहीं मिला। उधर अजीत जोगी ने भी साफ कर दिया है कि वह भी छत्तीसगढ़ में विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेंगे। बसपा सूत्रों के मुताबिक मायावती का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान देशभर में कहीं भी उन्हें गठबंधन का फायदा नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने बसपा के अपने कैडर वोट को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। इसी के चलते छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव में बसपा सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
विधानसभा चुनाव से पहले हुआ था गठबंधन आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 से पहले सितंबर में अजीत जोगी की पार्टी ने बसपा के साथ गठबंधन किया था। इस चुनाव में प्रदेश की कुल 90 में से 35 सीटों पर बसपा और 55 सीटों पर गठबंधन में अजीत जोगी की पार्टी ने चुनाव लड़ा था। लेकिन दोनों के गठबंधन को केवल सात सीटें ही मिली थीं, जिनमें दो बसपा की थीं। इसके बाद लोकसभा चुनाव में सभी 11 सीटों पर बसपा ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिसके बाद अब दोनों ही दलों ने गठबंधन खत्म कर दिया है।