कोर्ट में वारंट के लिए दाखिल होगी सूची नोटबंदी के पहली वर्षगांठ पर प्रवर्तन निदेशालय की सूची में नोटबंदी के बाद संदिग्ध लेन-देन करने वालों के नामों का खुलासा हुआ है। न्यूज चैनल के मुताबिक, नोटबंदी के बाद मायावती ने भी बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपए को बेनामी लेन-देन के जरिए सफेद किया था। ईडी की इस लिस्ट से यूपी की राजनीति में भूचाल आना संभव है। बहरहाल, ईडी की यह लिस्ट अभी अदालत में दाखिल नहीं हुई है।
ईडी ने अभी तक 54 को किया है गिरफ्तार नोटबंदी के बाद काले धन की अवैध तरीके से सफेद बनाने की कोशिश करने वालों को दबोचने के लिए ईडी ने अबतक 800 छापे मारे हैं। इस दौरान 54 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 600 को कारण बताओ नोटिस जारी हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, नोटबंदी के बाद संदिग्ध लेन-देन से जुड़े करीब 4000 केस मनी लॉन्ड्रिंग और फेमा के उल्लंघन के तहत दर्ज किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के तुरंत बाद काले धन के सफेद करने का बड़ा तंत्र सक्रिय हो गया था। स्टॉक मार्केट, खनन व्यापार और सहकारी संस्थानों का इस गोरखधंधे में जमकर इस्तेमाल किया गया। ईडी ने नवंबर 2016 से सितंबर 2017 के बीच इन सभी मामलों में फेमा और पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है। खबर है कि ईडी को अबतक 11000 करोड़ रुपए के हेरफेर का सुबूत मिला है। गोरखधंध में संयुक्त अरब अमीरात, दुबई, मलेशिया और हांगकांग जैसे कई देशों के मनी चैनल का इस्तेमाल किया गया था।