कांग्रेस का ‘स्वभाव है कहना कुछ और करना कुछ’- मायावती बीएसपी प्रमुख मायावती ने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि कांग्रेस जब सत्ता में होती है और इनके अच्छे दिन होते हैं, तब इनकों दलित, पिछड़े और महिलाओं की याद नहीं आती है। लेकिन जब कांग्रेस का खराब समय पीछा नहीं छोड़ रहा है तो पंजाब में दलित की तरह यूपी में भी इनको महिलाओं की याद आई हैं। जिसके चलते कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा कोरी चुनावी नाटकबाजी है।
महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून क्यों नहीं बनाया मायावती ने कहा कि महिलाओं के प्रति कांग्रेस की चिंता अगर इतनी ही वाजिब और ईमानदार होती तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून क्यों नहीं बनाया। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का ‘स्वभाव है कहना कुछ और करना कुछ’ जो इनकी नीयत और नीति पर सवाल खड़े करता है।
भाजपा-कांग्रेस में नहीं है मजबूत इच्छाशक्ति का अभाव मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और देश में महिलाओं की आधी आबादी है। उन्होंने कहा कि इनका हित और कल्याण हीं नहीं, बल्कि इनकी सुरक्षा, आदर और सम्मान के प्रति ठोस और ईमानदार प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की इच्छाशक्ति कांग्रेस और भाजपा में देखने को नहीं मिलती है, जबकि बसपा ने ऐसा करके दिखाया है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी ने भी किया तंज उधर भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने महिलाओं को लेकर प्रियंका के बयान पर तंज करते हुए ट्वीट किया कि रेप के आरोपी कांग्रेस नेता के बेटे पर बात आई तो प्रियंका गांधी वाड्रा की बोलती बंद हो गयी। अमित मालवीय ने प्रियंका के बयान पर तंज करते हुए कहा कि ऐसे होगा महिला सशक्तिकरण।
लखनऊ में प्रियंका गांधी ने की थी घोषणा बता दें कि मंगलवार को लखनऊ में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए महिलाओं को ४० प्रतिशत टिकट देने का ऐलान किया था।