बुधवार को जारी किए बयान में बसपा सुप्रीमो मायावती ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी छह माह की कमियां छिपाने के लिए श्वेतपत्र के जरिए पिछली सरकारों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा करना उनकी छोटी सोच और सस्ती लोकप्रियता को पाने का द्योतक है। उन्होंने कहा कि ऐसा कर भाजपा सरकार अपनी कमियों पर पर्दा डालने का घिनौना प्रयास कर रही है। ऐसे कारनामों से प्रदेश की जनता उनके गुनाहों को कभी माफ करने वाली नहीं है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि योगी सरकार छह माह में केंद्र सरकार की तरह जनकल्याण और अन्य सभी मामलों में फिसड्डी रही। भाजपा के पास उपलब्धियां बताने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए विपक्षी दलों और पूर्ववर्ती सरकारों पर वह ठीकरा फोड़कर जनता की आंख में धूल झोंकने का प्रयास कर रही है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री योगी ने पत्रकारवार्ता में अपनी सरकार के कारनामों को उपलब्धियां बताया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री योगी को बताना चाहिए था कि प्रदेश की सड़कों को गड्ढ़ामुक्त करने के अभियान का हश्र क्या हुआ? स्कूलों में बदहाली क्यूं बढ़ी है? बिजली आपूर्ति को लेकर किए जा रहे दावों का क्या हुआ? भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड क्यों कायम हो रहें है? कानून व्यवस्था ठीक करने के नाम पर इंनकाउंटरों का डंका पीटा जा रहा है, लेकिन अपराधों का ग्राफ कम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि महंगाई आसमान छू रही है और लोगों के कारोबार बंद होते जा रहे हैं। सरकार अपने इन कारनामों को उपलब्धि मान रही है तो जनता के सामने पछतावा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता है। मायावती ने कहा कि आने वाले समय में जनता प्रदेश की भाजपा सरकार को करारा जवाब देगी।