मायावती ने दलित बसपा के साथ हैं। पार्टी को उन पर शुरू से ही गर्व रहा है। कठिन से कठिन दौर में भी बिना किसी बहकावे में आये दलितों ने बसपा का साथ नहीं छोड़ा। आज भी मजबूत चट्टान की तरह दलित बसपा के साथ खड़े हैं। उम्मीद है कि दलितों की तरह ब्राह्मण व अन्य वर्ग के लोग किसी के बहकावे में न आकर बसपा के साथ जुड़े रहेंगे।
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बसपा में सभी जातियों की तरक्की और सम्मान
मायावती ने कहा कि बसपा देश की अकेली पार्टी है जिसकी कथनी और करनी में कभी अंतर नहीं रहा। सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय ही बसपा की पहचान रही है। चार बार सत्ता में आई बसपा में सभी जातियों के सम्मान और तरक्की पर पूरा ध्यान रखा गया है। हमारी पार्टी ने न तो कभी हवा-हवाई बात की और न ही जनता को छला।
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। बसपा की सरकार बनी तो केंद्र सरकार द्वारा जबर्दस्ती थोपे गये कृषि कानूनों को यूपी में नहीं लागू किया जाएगा। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि किसान करीब एक साल से आंदोलनरत हैं। अब तक 500 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार को इनकी परवाह नहीं है।
प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान मायावती ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा कि मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि अगर भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं तो आरएसएस और उनकी भाजपा मुसलमानों से इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही है? आरएसएस की बीजेपी हर स्तर पर मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया क्यों अपना रही है?