मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि केन्द्र व महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक/कामगार अभी भी बहुत बुरी तरह से पि स रहे हैं जो अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। जरूरी है कि आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर इन मजलूमों पर ध्यान दें ताकि कोरोना की चपेट में फंसकर इन लोगों की जिन्दगी पूरी तरह बर्बाद होने से बच सके। एक और ट्वीट में बसपा प्रमुख ने कहा कि वैसे भी चाहे बीजेपी की सरकारें हों या फिर कांग्रेस पार्टी की, कोरोना महामारी व लम्बे लाॅकडाउन से सर्वाधिक पीड़ित प्रवासी श्रमिकों व मेडिकलकर्मियों के हितों की उपेक्षा व प्रताड़ना जिस प्रकार से लगातार की जा रही है, वह भी उचित व देशहित में कतई नहीं है। सरकारें तुरन्त ध्यान दें।