मायावती ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर खास प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत पार्टी युवाओं और महिलाओं को खास तौर पर पार्टी में जोड़ने का काम करेगी। महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए 28 व 29 नवंबर को महिला सम्मेलन की शुरुआत की जाएगी। जिसके बाद यह सम्मेलन नियमित तौर पर चलाए जाएंगे। ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को पार्टी के साथ जोड़ा जा सके। मायावती की रणनीति में टिकट बंटवारा भी अहम है। पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार मायावती जिताऊ कैंडिडेट की लिस्ट तैयार कर रही हैं। इस बार पार्टी उन्हीं उम्मीदवार को टिकट देगी जो चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित कर सकें। मिली जानकारी के अनुसार पार्टी 70% टिकट विधानसभा प्रभारियों को देने की तैयारी में है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में पार्टी 160 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है।
युवाओं के बाद अब महिलाओं को साधने के लिए बसपा ने शुरू किया प्रयास आगामी विधानसभा चुनाव में फतह हासिल करने के लिए बसपा लगातार रणनीति बना रही है। इस बार बसपा जाति समीकरण के साथ युवाओं व महिलाओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। जहां एक ओर युवाओं को आकर्षित करने के लिए आकाश आनंद व कपिल मिश्रा को जिम्मेदारी दी गई है तो वहीं दूसरी ओर महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए महिला सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। महिलाओं को पार्टी के साथ जोड़ने की जिम्मेदारी सतीष चन्द्र मिश्रा की पत्नी को दिया गया है। बसपा महासचिव सतीष चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा की अध्यक्षता में इस सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। पार्टी में महिला सम्मेलन को लेकर काफी उत्साहित है।
बसपा नेता नकुल दुबे ने बताया कि वाराणसी में आयोजित महिला सम्मेलन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार एवं उनके सम्मान के लिए विचार विमर्श किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है ऐसे में पार्टी महिलाओं की समस्याओं को जानने के लिए और उनके मुद्दों पर काम करने के लिए महिलाओं से बातचीत करेगी। महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में पार्टी के मुद्दों को जनता तक पहुंचाया जा सके व अधिक से अधिक युवाओं को पार्टी से जोड़ा जा सके इसके लिए पार्टी ने दो युवा नेताओं को मैदान में उतारा है। बसपा के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर्स आकाश आनंद व राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा को पॉर्टी ने चुनाव में युवाओं को जोड़ने की अहम जिम्मेदारी दी है। सतीष चन्द्र मिश्रा ने दोनों युवाओं की फोटो को ट्वीट कर लिखा है कि पार्टी युवाओं को लेकर आगे बढ़ रही है। इससे साफ है कि युवाओं को आकर्षित करने के लिए पार्टी ने आकाश आनंद व कपिल मिश्रा को आगे किया है। अब यह देखने वाली बात होगी कि आकाश आनंद और कपिल मिश्रा जय वीरू की तरह जंग जीत पाते हैं या मायावती का यह दांव भी फेल हो जाएगा।
आगामी चुनाव को लेकर बसपा की रणनीति तैयार की है जिसके तहत युवाओं को आकर्षित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चुनाव को लेकर बसपा सभी जोन में ऐसे युवा दावेदारों को जोड़ने की मशक्कत कर रही है जो पार्टी की राह आसान कर सकें। पार्टी के थिंक टैंक का मानना है कि परंपरागत वोटर तो बसपा के साथ मजबूती से खड़ा है अभी युवाओं को और मजबूती से जोड़ना होगा। यही कारण है कि इस बार आकाश आनंद युवाओं को जोड़ने में लगे हुए हैं। इसी तरह कपिल मिश्रा को भी मैदान में उतारा गया है कपिल को भले ही प्रत्यक्ष तौर पर कोई पद न दिया गया हो पर उन्हें युवाओं को जोड़ने की सीधी जिम्मेदारी दी गई है।