रैली के बाद हुई एक सभा में यह निर्णय लिया गया कि यदि उप्र सरकार द्वारा बिजलीकर्मियों के पीएफ भुगतान की गारण्टी लेने की मांग पूरी नहीं हुई और पूर्व चेयरमैन को गिरफ्तार नहीं किया गया तो प्रदेश के तमाम बिजली कर्मचारी एवं अभियन्ता 18 एवं 19 नवम्बर को 48 घण्टे का कार्य बहिष्कार करेंगे। पारित प्रस्ताव में यह भी चेतावनी दी गयी है कि यदि शान्तिपूर्ण आन्दोलन के कारण किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न किया गया तो सभी ऊर्जा निगमों के तमाम अधिकारी व कर्मचारी बिना और कोई नोटिस दिये उसी समय सीधी कार्रवाई हेतु बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार व प्रबन्धन की होगी।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के गिरफ्तार महाप्रबंधक पीके गुप्ता के बेटे अभिनव गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया है। अभिनव गुप्ता उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के कार्यालय में यूपीपीसीएल कर्मचारियों के भविष्य निधि घोटाला मामले में बयान दर्ज करवाने के लिए आया था। पूछताछ के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
जानकारी के मुताबिक अभिनव गुप्ता अपने पिता और एक अन्य अधिकारी के गिरफ्तार होने के बाद पिछले आठ दिनों से फरार चल रहा था। अब वह ईओडब्ल्यू की हिरासत में है। अभिनव से रातभर पूछताछ की गई और उसने कुछ अहम खुलासे किए हैं। रियल इस्टेट के कारोबार से जुड़े अभिनव को ईपीएफ घोटाले में शामिल बताया जा रहा है। प्रथम दृष्ट्या अभिनव पर ब्रोकरेज फर्मों के साथ मध्यस्थता करने का आरोप लगाया गया है, जिसने एक निजी कंपनी डीएचएफएल के साथ पीएफ निवेश का सौदा हासिल किया था।