नाम पर राजनीति गर्म सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज का नाम उत्तर प्रदेश बीजेपी के पहले प्रदेश अध्यक्ष और सांसद माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर किया गया है। तो वहीं, प्रतापगढ़ में तैयार हुए मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर सोनेलाल पटेल के नाम पर सरकार ने रखा है। दरअसल इसके पीछे एक मकसद दोनों जातियों के वोट बैंक को साधना है। हालांकि खुद बीजेपी में ही इस नामकरण को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर सोनेलाल पटेल के नाम पर करने को लेकर खुद बीजेपी के शिक्षक एमएलसी और प्रतापगढ़ से आने वाले उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज का नाम अगर करना है तो वहां के किसी ब्राम्हण समाज के व्यक्ति के नाम पर उसे किया जाए फिर चाहे करपात्री जी महाराज के नाम पर उसका नामकरण किया जाए या फिर प्रतापगढ़ में शिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी काम करने वाले मुनीश्वर दत्त उपाध्याय के नाम पर किया जाए।
कामों के बारे में बताना मंशा वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का साफ तौर पर कहना है कि पहले भी महापुरुषों राजनीतिक व्यक्तियों के नाम पर अस्पतालों के नाम पर रखे गए हैं और अगर सरकार ने ये नाम तय किए हैं तो जाहिर है कि उसके पीछे उस व्यक्ति की कामों को बारे में लोगों को बताना है। उनका साफ तौर पर कहना है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है और इसे चुनाव से जोड़कर देखना ठीक नहीं है। हालांकि पार्टी के एमएलसी की चिट्ठी पर उनका कहना है कि पत्र उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखा है तो इस पर कोई भी निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे।
जिला – मेडिकल कॉलेज
सिद्धार्थनगर- पंडित माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज
मीरजापुर- मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज
गाजीपुर- महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज
देवरिया- देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज
एटा- वीरांगना अवन्तीबाई मेडिकल कॉलेज
प्रतापगढ़- सोनेलाल पटेल मेडिकल कॉलेज