यह भी पढ़ें – मेडिकल स्टूडेंट्स को दिलाई गई कसम, न करें रैगिंग यूपी सहित बारह राज्यों में हुआ सर्वे केजीएमयू में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल मेंटल हेल्थ सर्वे 2015 – 16 में भारत के 12 राज्यों में एनआईएमएचएएनएस बैंगलोर के नेतृत्व में भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने कराया था। यह सर्वे उत्तर प्रदेश सहित देश के बारह राज्यों में आयोजित किया गया था। सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश से जुड़े चौकाने वाले आंकड़े सामने आये।
यह भी पढ़ें – टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रेलवे मना रहा है पर्यटन पर्व यूपी में आत्महत्या की प्रवृत्ति अधिक कार्यक्रम में मौजूद विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की वयस्क जनसंख्या के पूरे जीवनकाल में किसी भी मानसिक बीमारी का प्रसार करीब 8 प्रतिशत रहा। सभी तरह की मानसिक बीमारियों में तीन चौथाई स्ट्रेस व न्यूरोटिक बीमारियां हैं। उत्तर प्रदेश के लोगों में टोबैको डिसऑर्डर बहुत अधिक पाया गया। यह बुजुर्ग लोगों में 30 प्रतिशत से अधिक पाया गया। किशोरावस्था में मानसिक बीमारियों का प्रसार 5.31 प्रतिशत है। यह भी सामने आया है कि उत्तर प्रदेश में आत्महत्या का ख़तरा सबसे ज्यादा है। यह भी सामने आया है कि कुल मानसिक बीमार लोगों में से 15 प्रतिशत से भी कम लोग इलाज लेते हैं।