आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता उम्मीद जताते हुए कहा कि इस माह होने वाली बारिश अब तक की कमी को काफी हद तक पूरा कर सकती है। प्रदेश में सामान्य तौर पर 10 सितंबर तक 701.8 मिमी. बारिश होनी चाहिए, लेकिन इस बार इससे 24 फीसद कम मात्र 532.2 मिमी. बारिश ही रिकॉर्ड की गई है।
राजधानी की बात करें तो यहां अब तक 600.6 मिमी. बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन तीन फीसद कम 582.2 फीसद बारिश दर्ज की गई है। आंकड़े भले ही राजधानी में सामान्य बारिश जैसे हालात बता रहे हों, लेकिन हकीकत यह है कि लोग बारिश को तरस रहे हैं। उमस भरी गर्मी लोगों को सितंबर में पसीना-पसीना कर रही हैं। बादल मंडराते तो दिखते हैं, लेकिन बगैर बरसे ही लोगों की उम्मीदों को जगाकर चले जाते हैं।