किशोरी घटना के कुछ ही समय पहले जेल में अखिलेश नाम के युवक से मिली थी जिसको तीन दिन पहले ही तरह में आगजनी और बवाल के मामले में पुलिस ने जेल भेजा था। किशोरी के परिजनों की मानें तो किशोरी कक्षा 9 की छात्रा है और रोजाना की तरह आज भी विद्यालय गई हुई थी लेकिन किशोरी जेल और केन नदी कैसे पहुंच गयी इसकी जानकारी परिजनों को नहीं थी। वहीं इस संबंध में डिप्टी जेल अधीक्षक का कहना है कि किशोरी घटना के कुछ समय पहले ही जेल आयी थी और क़ैदी अखिलेश से मुलाक़ात भी की थी।
इस घटना पर गौर करें तो एक नाबालिक स्कूली छात्रा का स्कूल के बहाने जेल किसी से जाना, उसके हाथ पर ब्लेड से कटे का निशान होना और फिर किशोरी का आत्महत्या का प्रयास करना, अपने आप में एक पहेली है। जिसका खुलासा पुलिस की जांच के बाद ही सामने होगा।