सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डा. अंशुमान श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड के कारण समय की मांग है कि हम सार्वजानिक स्थानों पर एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें। घर से बाहर निकलते समय मास्क अवश्य लगायें। गले मिलने के बजाय नमस्ते से अभिवादन करें। अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से 40 सेकेण्ड तक धोएं या सेनिटाइज करें ।
बाल विकास परियोजना अधिकारी कामिनी श्रीवास्तव ने महिलाओं को मिशन शक्ति अभियान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने महिलाओं को यौन उत्पीड़न अधिनियम 2013, घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम 2005, प्रसूति लाभ अधिनियम 2017, हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम 2005, बाल विवाह अधिनियम निषेध 2006, दहेज़ प्रतिषेध अधिनियम 1961 की जानकारी दी।
साथ ही उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर प्रयोग किये जाने वाले महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की भी जानकारी दी ।
मुख्य सेविका कंचनलता सिंह ने बताया- “नॉक द डोर” कैंपेन के तहत मुख्य सेविका एवं आँगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुण्डी ख़टखटाकर घर की महिलाओं और किशोरियों से उनकी समस्याओं के बारे में बात कर रही हैं और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है । इस अवसर पर सुपरवाईजर ज्योति विश्वकर्मा, उषा मौर्या, रश्मि शुक्ला, रजनी खरे, विभिन्न केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिलाएं और किशोरियां उपस्थित थीं।