scriptUP में मंकी पॉक्स: सरकार की तैयारी तेज, KGMU, PGI में जांच, औरैया, गाजियाबाद में मरीज.. | Monkey pox in UP Government preparations investigation in KGMU PGI patients found Auraiya Ghaziabad | Patrika News

UP में मंकी पॉक्स: सरकार की तैयारी तेज, KGMU, PGI में जांच, औरैया, गाजियाबाद में मरीज..

locationलखनऊPublished: Jul 27, 2022 06:55:49 pm

Submitted by:

Dinesh Mishra

उत्तर प्रदेश में मंकीपाक्स के दो संदिग्ध केस मिलने के बाद अब सरकार भी अलर्ट मोड पर आ चुकी है। गाजियाबाद और औरैया में मिले हुए मरीजों के बाद एक सभी को इनके प्रति सतर्क रहते हुए इलाज की गाइड लाइन जारी कर दी गई हैं। वहीं प्रमुख अस्पतालों में ऐसे किसी भी संदिग्ध मामले को तत्काल आइसोलेट करने को कहा गया है, दूसरी ओर इसके मरीजों को सामान्य मरीजों से अलग रखने का आदेश दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ी बैठक स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ बुलाई है। जिसमें यूपी में मंकी पॉक्स से निपटने के लिए सरकार ने तैयारी और उसके इलाज को लेकर बातचीत होनी की जाएगी। इसके साथ ही यूपी के सभी अस्पतालों में गाइड लाइन भेजी गई है। हर ब्लॉक और ग्रामीणों अस्पतालों में ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।

Yogi with Monkeypoks symbolic photo

Yogi with Monkeypoks symbolic photo

Monkeypoks in UP यूपी के गाजियाबाद और औरैया में मंकी पाक्स के मरीज मिलने से ही सरकार अलर्ट पर आ गई है। यूपी में कितनी तैयारी हैं और अभी तक क्या क्या हो चुका है जैसे मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों के सीएमओ और जिला प्रशासन से मंगाई गई है। यूपी में इस समय मंकी पाक्स की जांच के लिए सिर्फ केजीएमयू लखनऊ ही है। वहीं पीजीआई में भी इसकी जांच सरकारी स्तर पर कराए जाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
क्या है मंकीपाक्स के लक्षण
डबल्यूएचओ की वेब साइट पर दी गई जानकारी के अनुसार मंकी पाक्स की शिकायत में रोगी को ठंड लगने के साथ तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, जकड़न, कमजोरी महसूस होती है। साथ ही लिम्फ नोड्स (लसीका ग्रंथियों) में सूजन आने लगती है। संक्रमण के पांच दिनों के अंदर चेचक जैसे निशान आ जाते हैं। जिसमें कभी कभी सूजन ज्यादा होती है।
औरैया जिले में संदिग्ध मंकीपाक्स की जांच, 50 बेड रिज़र्व

यूपी के औरैया जिले में मंकी पॉक्स का एक मामला सामने आया है, तब से ही औरैया और इसके आसपास के जिलों को अलर्ट किया गया है। जहां 50 बेड के हॉस्पिटल को मंकीपाक्स के पेशेंट के तौर पर रिजर्व किया गया है।
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जालौन और औरैया जिले के स्वास्थ्य विभाग की ओर से टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। क्योंकि कोरोना की तरह मंकी पॉक्स वायरस भी नाक, मुंह और आंख के जरिए शरीर पर ज्यादा असर करता है। इसके फैलने के स्थान भी ऐसे ही शरीर के क्षेत्र होते हैं।

कोरोना गाइड लाइन से मिली छूट के बाद मंकी पाक्स का खतरा
देश भर में कोरोना की गाइड लाइन से मिली हुई आंशिक छूट से लोगों ने थोड़ी राहत ली थी कि, मंकी पॉक्स संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। जिसको लेकर जालौन स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। रैपिड रेस्पॉन्स टीमों को निगरानी में लगा दिया है। इसके साथ ही कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है और अस्पतालों में बेडो की पर्याप्त संख्या को रिजर्व किया गया है।
पूर्वाञ्चल और बाढ़ वाले क्षेत्रों के साथ पश्चिमी यूपी पर फोकस
उत्तर प्रदेश में मंकीपाक्स को लेकर सरकारी स्तर पर अभी बाढ़ वाले जिलों पर अधिक फ़ोकस किया गया है। जिससे बाढ़ के साथ आने वाली बीमारियों से मंकी पाक्स के मरीजों को दूर रखा जाए। इसमें प्रमुख तौर पर गोरखपुर, प्रयागराज, आजमगढ़, कुशीनगर, कानपुर, हमीरपुर, जालौन, इटावा, औरैया, मिर्जापुर जैसे जिले शामिल हैं। वहीं पश्चिमी यूपी जहां गाजियाबाद में संदिग्ध मरीज मिला है वहाँ भी अस्पतालों में जांच सुविधाएं बढ़ाते हुए अलग बेड करवा दिया गया है।
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