केरल तट पर बादलों में कमी
केरल तट के पास बादलों में कमी आई है। चक्रवाती प्रवाह के असर से केरल तट की ओर दक्षिण-पश्चिम मानसून के बढ़ने पर असर पड़ सकता है। इस मॉनसून के केरल पहुंचने की तारीख 1 जून है। मई में मौसम विभाग ने कहा था कि यह 4 जून तक केरल पहुंच सकता है, लेकिन अब इसमें और देरी हो रही है। मौसम के जानकारों का कहना है कि चक्रवाती हवाओं का यह क्षेत्र मॉनसून में तेजी ला सकता है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 19 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में सक्रिय हुआ था। इसके बाद 10 दिन यहीं ठहरा रहा और अंडमान निकोबार भी देरी से पहुंचा। इसने 2 जून को दक्षिणी अरब सागर के कुछ हिस्से और मालदीव को कवर कर लिया था। मॉनसून लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिणी बंगाल की खाड़ी और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में भी पहुंच गया था।