स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री प्रभुराम चौधरी कार्यक्रम में वक़्त पर नहीं पहुंचे। उनकी लेटलतीफ़ी का शिकार कार्यक्रम के अध्यक्ष और सूबे के गवर्नर लालजी टंडन हो गये। प्रोटोकॉल है कि प्रदेश के किसी भी आयोजन में यदि महामहिम राज्यपाल के अलावा अन्य अतिथि भी होते हैं तो गवर्नर, अन्य अतिथियों के पहुंच जाने के बाद राजभवन अथवा अपने विश्राम स्थल से कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होते हैं। जिस कारण राज्यपाल में खासा नाराजगी थी अौर इस नाराजगी का सामना दो अधिकारियों को भारी पड़ गया।