बीते कुछ महीने पहले राजधानी के इंटीग्रल हॉस्पिटल व एरा मेडिकल कॉलेज पर कोरोना संक्रमित मरीजों के मृत्यु के बाद उनके अंग निकाल कर उसके तस्करी का मामला सामने आया था। इसके बाद एक कोरोना संक्रमित मरीज की बहन ने मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर से मिलकर उनसे इस मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद सांसद ने एक पत्र लिखकर मामले का संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया था । इस मामले की शिकायत पीड़ितों में मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की थी । जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोनों संस्थानों पर एसआईटी की कमेटी गठित कर जांच करने और जल्द से जल्द मामले पर रिपोर्ट मांगी थी ।
लेकिन इसी बीच कोरोना की वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई जिसमें इन दोनों संस्थानों के नाम भी शामिल किए गए हैं। जिसके बाद मामले का संज्ञान पाते ही सांसद कौशल किशोर में एक बार फिर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ डीएस नेगी,प्रमुख सचिव स्वास्थ्य,जिलाधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर इन दोनों संस्थानों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाने की सूची से बाहर करने की मांग की है।