इस बार का मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन खास है। खास इसलिए क्योंकि कुछ दिन पहले शिवपाल ने भतीजे अखिलेश संग गठबंधन की बात कह कर एकजुट होने का संदेश दिया था। शिवपाल ने कहा था कि उनकी पार्टी बिना किसी पद की लालसा व बिना किसी शर्त के अखिलेश से मिलने को तैयार है। वे चाहते हैं कि मुलायम सिंह के जन्मदिन पर परिवार में एकता बढ़े। ऐसे में अगर सपा और प्रसपा एक हो जाते हैं, तो सरकार बना लेंगे।
अखिलेश के प्रति शिवपाल के नरम रुख व बदले तेवर ने यादव कुनबे के एकजुट होने के संकेत दिए, तो इस बात के भी कयास लगाए जाने लगे कि इस बार मुलायम के जन्मदिन पर पूरा परिवार एक साथ आ सकता है। पिछले वर्ष मुलायम ने शिवपाल और अखिलेश के साथ अलग-अलग केक काटकर जन्मदिन मनाया था। इसलिए इस बार यह देखने वाली बात होगी कि पिछले वर्ष की तरह मुलायम का साथ दोनों ही दलों को मिलेगा या नहीं। जन्मदिन मनाने के लिए मुलायम सिंह यादव बृहस्पतिवार को दिल्ली से लखनऊ आ गए हैं।
वैसे तो शिवपाल सिंह यादव इटावा में हैं और शुक्रवार को वह वहां मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर आयोजित दंगल का उद्घाटन तथा ‘लोहिया-मुलायम डाट इन’ ई-पुस्तक का विमोचन करेंगे। लेकिन राजधानी में उनकी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) मुख्यालय पर मुलायम का जन्मदिन समारोह आयोजित किया गया है। उधर, समाजवादी पार्टी के मुख्यालय पर भी मुलायम के जन्मदिन मनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं।
सही वक्त आने पर देंगे जवाब: अखिलेश शिवपाल के सपा से गठबंधन की बात के बाद यादव परिवार में एका के कयास लगाए जा रहे थे। इस बीच अखिलेश ने यह कहकर कि 2022 चुनाव के लिए उनकी पार्टी किसी दल के साथ समझौता नहीं करेगी, सभी कयासों पर पूर्णविराम लगा दिया। हालांकि, चाचा शिवपाल यादव और उनकी पार्टी के सियासी रिश्तों पर कहा कि वे सही वक्त आने पर ही कोई जवाब देंगे।