लखनऊ. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पुनर्गठन बिल आखिरकार मंगलवार को पारित हो गया। लोकसभा (Lok Sabha) में वोटिंग के दौरान 370 वोट बिल के पक्ष में पड़े तो वहीं 70 विपक्ष में। इस बीच कल से ही बिल का विरोध कर रहीं कई विपक्ष दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसमें समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी शामिल दिखी। हालांकि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के कुछ और ही इरादे थे। आपको बता दे कि सोमवार को ही यह बिल राज्यसभा से पारित हो गया है, जिसके बाद मंगलवार को यह बिल लोकसभा में पेश किया गया। दोपहर में ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सदन में विरोध के स्वर अलापे।
ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर मामले के बाद कांग्रेस और सपा के अंदर ही पड़ गई फूंटअखिलेश ने कहा यह- लोकसभा में जम्मू कश्मीर राज्य के पुनर्गठन के संबंध में बहस जारी थी, इसी बीच समाजवादी पार्टी अध्यक्ष व सांसद ने कहा राजा और बैंगन की कहानी का जिक्र कर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल कहते हैं कुछ नहीं होने वाला है लेकिन दो दिन बाद क्या हुआ सबको पता है।
ये भी पढ़ें- कश्मीर में आर्टिकल 370 मुद्दे पर यूपी के यह दिग्गज बने मजबूत कड़ी, आज हुआ खुलासामुलायम ने नहीं किया वॉकआउट- शाम को लोकसभा में जब बिल को लेकर मतदान करने की बारी आई तो समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया। उनके साथ एनसीपी ने वॉक आउट किया। वहीं सत्तारूढ़ एनडीए में शामिल जेडीयू और विपक्षी तृणमूल कांग्रेस ने चर्चा के दौरान सरकार के इस संकल्प से विरोध जताते हुए सदन से बर्हिगमन किया। लेकिन सपा के वॉकआउट के बाद पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव मतदान के समय सदन में ही बैठे रहे। और उन्होंने मतदान में भाग लिया। उनके अलाव बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने भी सरकार के संकल्प और विधेयक को समर्थन दिया।