सपा में जारी टकराव के बीच मुलायम सिंह यादव के घर सपा नेताओं की चार बजे होने जा रही अहम बैठक रद्द कर दी गई है
लखनऊ. सपा में जारी टकराव के बीच मुलायम सिंह यादव के घर सपा नेताओं की चार बजे होने जा रही अहम बैठक रद्द कर दी गई है। ये बैठक आजम के पहुंचने का बाद रद्द की गई। आजम खान मुलायाम सिंह के आवास पहुंचे है। इस बैठक से यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि शायद दोनों पक्षों के बीच सुलह हो जाएगी। इन सबको देखते हुए सुलह की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है।
अखिलेश और मुलायम अड़े
आपको बता दें कि अखिलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वहीं अमर सिंह और शिवपाल सिंह यादव तो इस पूरे विवाद से पीछे हटने को तैयार हैं, लेकिन फिलहाल मुलायम सिंह यादव इस बात पर राजी नहीं हैं। आपको बता दें कि अखिलेश के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने पर प्रतिनिधि सभा ने भी अडंगा लगा रखा है। जिससे अखिलेश यादव चाहें तो भी प्रतिनिधि सभा और कार्यकारिणी इस बात पर तैयार नहीं है कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ें। दरअसल 1 जनवरी को विशेष अधिवेशन में अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था, जिसके बाद प्रतिनिधि सभा के सदस्य अब पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
चुनाव चिह्न को लेकर परेशानी
इस बीच जबकि आजम खान और कुछ अन्य लोग पिता-पुत्र में एका कराने में जुटे हैं, यह बात भी साफ दिखती है कि पार्टी के दो टुकड़े हो चुके है। माना जा रहा है कि 24 घंटे के अंदर सपा के दोनों धड़ों द्वारा चुनाव आयोग के सामने दावा करने के पीछे यह भय है कि चुनाव घोषणा होने के बाद कहीं साइकिल चुनाव चिह्न फ्रीज़ न कर दिया जाए। उल्लेखनीय है कि यूपी समेत पांच विधानसभा चुनावों की घोषणा कल गुरुवार को की जा सकती है। उधर चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद रामगोपाल यादव ने बताया कि हमने अपना पक्ष रखा। रामगोपाल यादव ने कहा कि हमारे साथ पार्टी के 90 फीसदी विधायक और 80 से 90 फीसदी डेलीगेट्स हैं, इसलिए असली समाजवादी पार्टी वो है जिसके अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं.।इसलिए अखिलेश यादव की अध्यक्षता वाली पार्टी को ही समाजवादी पार्टी माना जाये।