सपा के प्रदेश सम्मेलन के बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फेंस में जिस प्रकार पुत्र प्रेम दिखाया और कहा कि कुछ दिनों बाद आप मुझे पार्टी अध्यक्ष के रूप में देखेंगे। इससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई थी कि सपा में कुछ तो खिचड़ी पक रही है। इसके बाद यह बात भी सामने आई की मुलायम और अखिलेश में समझौता हो गया है। इसके तहत मुलायम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अखिलेश कार्यकारी अध्यक्ष बन सकते हैं। वहीं, शिवपाल सिंह यादव पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं। लेकिन, अब एक बार फिर पासा पलटता दिख रहा है। दरअसल, पार्टी सूत्र बताते हैं कि मुलायम ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की जिद छोड़ दी है। लेकिन, उनकी यह शर्त है कि भाई शिवपाल यादव को फिर से पार्टी का महासचिव बनाया जाए। वहीं, अखिलेश गुट फिलहाल इस बात पर राजी नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय अखिलेश को लेना है। अब इसका फैसला पांच अक्टूबर को ही होगा।
मुलायम ने दोस्त से मांगा चार्टर्ड प्लेन… मुलायम सिंह के करीबी सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने नोएडा के अपने एक कारोबारी मित्र से 5 अक्टूबर के लिए चार्टर्ड प्लेन मांगा है। माना जा रहा है कि वो इसी प्लेन से ताज नगरी आगरा में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने के लिए जा सकते हैं।
अध्यक्ष पद की जिद छोडऩे को तैयार मुलायम मालूम हो कि बीती 28 सितम्बर को अखिलेश यादव पिता मुलायम से मिलने उनके आवास पर गए थे। अखिलेश ने उन्हें राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने का न्योता भी दिया था। दोनों के बीच करीब 25 मिनट तक बातचीत हुई थी। सूत्र बताते है कि इसके बाद भी अखिलेश और मुलायम के बीच फोन पर कई बार बातचीत हुई। माना जा रहा है कि मुलायम पार्टी अध्यक्ष पद की जिद छोडऩे के लिए तैयार हो गए हैं। वो बतौर संरक्षक अधिवेशन में हिस्सा लेंगे।
शिवपाल को बनाया जा सकता है राष्ट्रीय महासचिव सूत्रों का ये भी कहना है कि अखिलेश अपनी पिता की जिद को पूरा कर सकते हैं। दरअसल, मुलायम चाहते हैं कि शिवपाल को पार्टी का महासचिव बनाया जाए। पार्टी सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय अधिवेशन में शिवपाल को महासचिव बनाया जा सकता है। वह दिल्ली में पार्टी का काम देखेंगे।